July 1, 2025

चक्काजाम के चलते सैकड़ों वाहनों के पहिये थमे, एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया

गरियाबंद

जिले के मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कांडेकेला के सैकड़ों ग्रामीण शनिवार को सरपंच नन्दकिशोर कोमर्रा, तत्कालिन सचिव दुरुप सिंग सोनवानी एवं रोजगार सहायक को बर्खास्त करने की मांग को लेकर सुबह 6 बजे से नेशनल हाईवे देवभोग-रायपुर 130 सी में सड़क के उपर बैठ कर चक्काजाम किया, जिसके चलते घंटों सैकड़ों वाहनों के पहिये थमे रहे, साथ ही सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक को तत्काल बर्खास्त कर शासकीय राशियों के गबन करने के मामले को लेकर सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक के ऊपर एफआईआर के मांग को लेकर चक्काजाम किए। ग्रामीणों के इस मांग के समर्थन में पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष डॉ. माखन योगी राज, भाजपा मंडल गोहरापदर अध्यक्ष गुरुनारायण तिवारी व भाजपा नेता, कार्यकर्ता, क्षेत्र के वरिष्ठ जन एवं सैकड़ों की संख्या में ग्राम पंचायत काण्डेकेला के ग्रामीण शमिल हुए वहीं लगातार ग्रामीणों को मनाने जिले के अफसर लगे हुए थे और अंत में एसडीएम मैनपुर ने ग्रामीणों पर धरना प्रदर्शन एवं चक्काजाम खत्म करने के लिए समझाईश दी लेकिन ग्रामीण नहीं माने और अंत में एसडीएम के द्वारा धारा 40 लगाकर सरपंच-सचिव का वित्त पावर खत्म करने एवं एक माह के अंदर बर्खास्त करने का आश्वासन दिया गया, तब जाकर ग्रामीणों ने लगभग दोपहर 2 बजे धरना-प्रदर्शन एवं चक्काजाम खत्म किया गया।

कांडेकेला के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक को बर्खास्त कर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ग्रामीण
ग्राम पंचायत कांडेकेला के सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक पर ग्रामीणों एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने बगैर पंचायत प्रस्ताव के फर्जी तरीके से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर शासन के लगभग 40 लाख रुपए गबन करने का आरोप लगाते हुए सरपंच नंदकिशोर कोमर्रा, तत्कालिन सचिव दुरूप सिंह सोनवानी और रोजगार सहायक को बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफआईआर करने की मांग को लेकर पिछले दो माह से ग्राम पंचायत काण्डेकेला के ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है। जनपद सदस्य पुनीत राम सिन्हा, उपसरपंच जमुना सिन्हा,पंच रवीन बाई,भूमिसुता जगत, रुपाबाई, भूरता साहू, मोतीराम जगत, प्यारेलाल पटेल, निलाबंर, देवशरण सहित ग्राम पंचायत काण्डेकेला के ग्रामीणों ने बताया अब तक जनपद पंचायत मैनपुर द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं किया गया है, ग्रामीणों को गुमराह किया जा रहा है, भ्रष्टाचार करने वाले सरपंच सचिव को जनपद के संबंधित अधिकारियों द्वारा दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय सरपंच-सचिव को संरक्षण दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है मजबूरन हम ग्राम पंचायतवासियों को चक्काजाम करना पड़ रहा है।

ग्राम पंचायत काण्डेकेला के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव रोजगार सहायक पर मूलभूत,14 वित्त, 13 वित्त, पेंशन राशि, निर्माण कार्यों सहित शासन से मिलने वाले विभिन्न शासकीय राशियों में 40 लाख रुपए की भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है, इस मामले को लेकर ग्रामीण गरियाबंद कलेक्टर कार्यालय में भी ज्ञापन सौंप चुके हैं और तो और जनपद पंचायत मैनपुर का भी घेराव कर चुके हैं। इससे पूर्व ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक के खिलाफ कार्यवाही को लेकर 20 अगस्त से धुरवागुड़ी में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन एवं चक्काजाम करने की चेतावनी शासन प्रशासन को दी थी, लेकिन इस मामले को लेकर मैनपुर तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान, मैनपुर नायब तहसीलदार ख्याति कंवर, मैनपुर जनपद सीईओ नर्सिंग ध्रुव 19 अगस्त को ग्राम पंचायत काण्डेकेला पहुंचे, जहां अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच चक्काजाम को लेकर बात हुई।

 

और अधिकारियों ने ग्रामीण को चक्काजाम न करने की समझाई दी, लेकिन ग्रामीण सरपंच-सचिव को बर्खास्त करने पर अड़ गए थे, ग्रामीणों की नाराजगी और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अधिकारियों ने ग्रामीणों को सरपंच-सचिव एवं रोजगार सहायक पर 5 दिवस के भीतर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था, जिस पर काण्डेकेला के ग्रामीणों ने अधिकारियों से कहा था कि 5 दिन की जगह 7 दिन में कार्यवाही करिए लेकिन कार्यवाही होनी चाहिए, लेकिन ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को दिया गया 7 दिवस का समयावधि 26 अगस्त को समाप्त हो गया, परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके विरोध में शनिवार को धुरवागुड़ी में चक्काजाम किया गया।

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