October 13, 2025

मानसून सत्र के दो सप्ताह विपक्ष के हंगामे में बहे

नई दिल्ली @cgpioneer.in
संसद के मानसून सत्र के पहले दो सप्ताह पेगासस- जासूसी कांड, किसान आंदोलन और महंगाई को लेकर किये गये विपक्षी कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी समेत कई अन्य दलों के हंगामें में बह गये। हालांकि सरकार लोकसभा और राज्यसभा में इस दौरान शोरगुल के बीच ही कोविड पर चर्चा कराने, कुछ जरुरी विधेयक पारित कराने और मंत्रियों के वक्तव्य पटल पर रखवाने में कामयाब रही है। संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरु हुआ था और विपक्ष पहले दिन से पेगासस – जासूसी कांड की जांच कराने की मांग, किसान आंदोलन के समर्थन और महंगाई के विरोध में हंगामा कर रहा है। इससे दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। सत्र के दूसरे सप्ताह के अंतिम दिन भी दोनों सदनों में पेगासस जासूसी, महंगाई तथा कृषि कानून समेत अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा। जिससे दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों में निजी सदस्यों का कामकाज नहीं हुआ। हालांकि लोकसभा में पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आस पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग विधेयक 2021 और सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण ) संशोधन विधेयक 2021 पेश कराये और सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी। हंगामें के बीच ही राज्यसभा के उप सभपति हरिवंश ने सीमित दायित्व भागीदारी (संशोधन) विधेयक 2021 और निपेक्ष बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक 2021 पेश करायें। इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक 2021 चर्चा के लिए पेश किया और बिना चर्चा के ही सदन ने इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके बाद उप सभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। पिछले सप्ताह में दोनों सदनों में अंतर्देशीय पोत विधेयक, 2021, भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (संशोधन) विधेयक 2021, फेक्टर विनियमन विधेयक 2021, इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधन) विधेयक 2021, किशोर न्याय (संरक्षण एवं देखभाल)विधेयक 2021, नौचालन सामुद्रिक सहायता विधेयक2021, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान विधेयक 2021 पारित किये गये हैं। इससे पहले इसी सप्ताह लोकसभा में विपक्षी दलों ने हंगामा करते हुए लोकसभा अध्यक्ष के आसन के ओर कागज फाड़कर फेंके गये। इससे पहले राज्यसभा में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से कागज छीनने पर तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन को पूरे सत्र के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।
राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित
राज्यसभा में जासूसी मामलों और किसान आंदोलन को लेकर विपक्षी दल के सदस्यों का हंगामा शुक्रवार को भी जारी रहा जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका तथा भोजनावकाश के बाद शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गयी। उप सभापति हरिवंश ने ढाई बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए गैर सरकारी सदस्यों के कार्य के लिए सदस्यों का नाम पुकारा जो किसी भी सदस्य ने निजी संकल्प पेश नहीं किया और न ही किसी सदस्य ने निजी संकल्प पर चर्चा शुरू की। इस बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्य आसन के समक्ष आ गये और तख्तियां लहराने लगे। श्री हरिवंश ने कहा कि यह सदस्यों के निजी संकल्प का समय है और सदस्यों को सदन का संचालन सुचारू रुप से करने के लिए सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बार बार सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने और शांत होने की अपील की। हंगामें के बीच ही श्री हरिवंश ने सीमित दायित्व भागीदारी (संशोधन) विधेयक 2021 और निपेक्ष बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम (संशोधन) विधेयक 2021 पेश करायें। इसके बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक 2021 चर्चा के लिए पेश किया और बिना चर्चा के ही सदन ने ध्वनिमत से यह विधेयक पारित कर दिया। इसके बाद उप सभापति ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। लोकसभा भी इससे पहले विपक्ष के हंगामें कारण स्थगित कर दी गयी।

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