July 2, 2025

शहर आगमन पर हिचकोलों से स्वागत, इतवारी बाजार तिराहे से किला पारा मोड़ गड्ढों से अटा

पानी में लोग गिरकर हो रहे चोटिल, पांच साल पहले ही 6 करोड़ की लागत से हुआ था निर्माण, अब हालात बदतर

खैरागढ़@thethinkmedia.com

शहर में पांच साल पहले 6 करोड़ की लागत से नगर पालिका द्वारा निर्मित सडक़ दिनोदिन जर्जर होता जा रहा और आश्चर्य की बात है कि मेन रोड से बड़े बड़े प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि रोज आना जाना कर रहे है लेकिन सुधार को लेकर कोई गंभीर नही है। राजनांदगांव कवर्धा मेन रोड में शहर आने पर उमराव पुल से कुछ आगे किल्ला पारा मोड़ से गड्ढे शुरू हो जाते है जो इतवारी बाजार तिराहे में और ज्यादा विकराल जानलेवा रूप लिए हुए है। सामान्य मौसम में गड्ढो की गहराई का आंकलन कर दुपहिया या चार पहिया वाहन चालक सावधानी बरत लेते है लेकिन बारिश से गड्ढो में पानी भरा हुआ है जिसके कारण वाहन चालक गहराई भांप नही पा रहे और गिरकर चोटिल हो रहे है।
भाजपा शासनकाल में पहले सुगम आवाजाही को लेकर नगर पालिका ने 6 करोड़ रुपया खर्च कर चौड़े सडक़ का निर्माण तो कराया है। लेकिन देखरेख के अभाव में सडक़ जगह जगह से जर्जर और गड्ढो वाली हो गई जिसके कारण सुगम आवाजाही अब हिचकोलो में बदल गई है। कमोबेश यही स्थिति शहर के अंदरूनी हिस्सो में है जहां जल आवर्धन योजना तहत पाइप लाइन विस्तार के लिए खोदे गड्ढो को नही भरने के कारण मिट्टी मलबा कीचड़ में तब्दील हो गया है और लोगो का आना जाना दूभर हो गया है। दाऊचौरा रोड में आमनेर नदी पर बने उच्च स्तरीय पुल की भी यही स्थिति हो गई है, लोनिवि के अंडर वाले इस पुल में जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। जिनमें बारिश का पानी भरा रहता है। वही लालपुर वार्ड जाने वाले रास्ते में निर्मित रपटा में गिट्टियॉ उखडऩे से आरसीसी की छड़ बाहर झांक रही है और लोग परेशान हो रहे है।

जागा प्रशासन लेकिन गड्ढों में मलबा डाल जेसीबी से दबाया

2016 मे लगभग 6 करोड़ की लागत से नगर पालिका द्वारा निर्मित सडक़ की दिनोदिन जर्जर स्थिति और जानलेवा गड्ढो मे पानी भरे होने से लोगो की नाराजगी को देखते हुए प्रशासन ने इसकी सुध ली और एसडीएम लवकेश ध्रुव के निर्देश पर सीएमओ सीमा बक्शी, उप अभियंता दीपाली तंबोली सहित पूरा नपा अमला सुबह से मौके पर डटकर व्यवस्था सुधारने मे लगा रहा। हालांकि इस दौरान सडक़ सुधार को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था की गई और ईट, मिट्टी का मलबा डालकर जेसीबी से लेबलिंग किया गया। जिसके कारण सडक़ एक लेबल पर आ गया, गड्ढो में भरा पानी भी बह गया लेकिन चौबीसो घंटे छोटी बड़ी गाडिय़ो की आवाजाही वाले व्यस्त सडक़ मे मिट्टी मलबा कितनी देर टिक पाएगा यह सवाल खड़ा है।

गड्ढों को भरने से ज्यादा नेताओं की रूचि फोटो सेशन में रही

सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता और निर्माण पूरा होने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टी के नेता कार्याकर्ता शहर की इस समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन कर चुके है। मंडल भाजपा अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष नीलिमा गोस्वामी सहित अन्य ने घंटो मौन धरना प्रदर्शन देकर ध्यानाकर्षण कराया उसके बाद तत्कालीन नपा अध्यक्ष मीरा चोपड़ा, नपा के सारे कांग्रेसी पार्षद और संगठन के नेताओ ने फ्लाई ऐश और जीरा गिट्टी से गड्ढा भरा, बाजार के व्यापारियो ने गड्ढो में पौधे रोपकर विरोध दर्ज कराया और सुधार की मांग की इसके बाद भी सडक़ सुधार को लेकर ठोस कारवाई नही की गई। बीते दो सालो से बारिश के दौरान समस्या खड़ी हो जाती है जबकि हर साल नगर पालिका को मरम्मत संधारण के रूप में चार किश्तो में बत्तीस लाख का आबंटन शासन स्तर से मिलता आ रहा है। सडक़ की जर्जर स्थिति को लेकर पता चला है कि किल्लापारा मोड़ में चढ़ाई के चलते सडक़ के एक किनारे से पूरा पानी बहकर तिराहे में आ जाता है। सडक़ के दोनो किनारो पर दुकानदारो द्वारा सतह ऊचा कर देने के कारण पानी का बहाव रूक जाता है जिसके कारण गड्ढों में पानी भर रहा है।

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