July 2, 2025

बरसात में महामारी से रोकथाम हेतु जिले और ब्लॉक स्तर पर 39 रैपिड रेस्पोंस टीम हुआ गठन

बलौदाबाजार

जिले में बरसात के मौसम में कई प्रकार की मौसमी बीमारियों जैसे डायरिया,मलेरिया,डेंगू, हैजा,पीलिया का प्रकोप बढऩे की आशंका बनी रहती है। ऐसे में स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाने और किसी भी प्रकार की जन हानि को रोकने त्वरित कार्रवाई हेतु कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर आज जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी ने कार्यों का विभाजन करते हुए जिला स्तर सहित हर ब्लॉक में एक-एक महामारी नियंत्रण केंद्र का गठन किया है। उन्होंने बताया कि महामारी नियंत्रण के लिए 24 घन्टे सहायता हेतु कन्ट्रोल कक्ष की स्थापना भी की गयी है। इस हेतु हेल्पलाइन नम्बर 78983-90085 को सार्वजनिक कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त कुल जिले में कुल 39 रैपिड रेस्पोंस टीम बनाई गई जो किसी भी महामारी की सूचना पर त्वरित रूप से सक्रीय होकर आवश्यक कदम उठाएगी। यह त्रि स्तरीय टीम जिला,ब्लॉक सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक काम करेगी। टीम में डॉक्टर, नर्स ,फार्मासिस्ट, सुपरवाइजर, आरएचओ सहित वाहन चालक एवं वार्ड बॉय को सम्मिलित है।

जिला स्तर पर आईडीएसपी के नोडल अधिकारी डॉ. नवदीप बांधे, एपिडेमियोलाजिस्ट श्वेता शर्मा एवं जिला अस्पताल से डॉ. देवेश वर्मा,बलौदाबाजार से डॉ. राकेश कुमार प्रेमी,कसडोल से डॉ. अंजन सिंग चौहान,बिलाईगढ़ डॉ. विकास नायक, सिमगा डॉ. पी एन पटेल,भाटापारा से डॉ. आर एन दास एवं पलारी डॉ. एफ आर निराला को इस हेतु विशेष जिम्मेदारी दी गई है। आईडीएसपी नोडल अधिकारी डॉ नवदीप बांधे एवं एपिडेमियोलाजिस्ट श्वेता शर्मा ने बताया कि जिले में महामारी की आशंका वाले कुल 37 ग्राम चिंहाकित किये गए हैं। इसमें से विकासखण्ड बलौदाबाजार के 5,भाटापारा 3, बिलाईगढ़11,पलारी 2 कसडोल एवं सिमगा के 8-8 ग्राम शामिल है।

इसके साथ ही जिले में 34 ग्राम पहुँच विहीन माने गए हैं। ऐसे में तैयारी हेतु प्रतिदिन की रिपोर्टिंग सुनिश्चित की गई है। साथ ही सूचना तन्त्र को मजबूत करने हेतु मितानिनों का वहाट्सअप ग्रुप भी बनाया गया है। इस हेतु सम्बंधितों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त मितानिनों को डिपो होल्डर बना कर कुल 19 प्रकार की दवाइयां एवं अन्य सामग्री मितानिन पेटी में रखना जाना सुनिश्चित किया गया है इसमें ओ आर एस ,ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरोक्वीन, जिंक, वाटर टेस्टिंग किट,मलेरिया किट, पैरासीटामाल प्रमुख हैं। एंटी स्नेक और एंटी रेबीज इंजेक्शन भी पर्याप्त रूप से भंडारित करने का निर्देश सभी ब्लॉक को दिया गया है।

डॉ सोनवानी ने बताया कि इसके साथ ही 5 जून को हुई इस हेतु विभिन्न विभागों की समन्वय बैठक में जिला सीईओ से प्राप्त निर्देश के अनुसार पेयजल स्रोतों की साफ- सफाई पाइप लाइन की मरम्मत सहित क्लोरिन टेबलेट वितरण के लिए पीएचई, पंचायत विभाग एवं नगरीय निकायों को निर्देशित किया गया था।

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