हाईकोर्ट ने प्रबंधन को 4 सप्ताह का समय दिया, राजनांदगांव के लिए बड़ी जीत होगी? : रईस अहमद शकील
राजनांदगांव@thethinkmedia.com
ठाकुरटोला के समीप नियम विरूद्ध बनाये गये टोल प्लाजा को लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट में दायर की गयी याचिका को लेकर सुनवाई शुरू हो गयी है। कोर्ट के सामने टोल प्लाजा प्रबंधन ने जवाब देने के लिए समय मांगा है, जिस पर कोर्ट ने प्रबंधन को चार सप्ताह के भीतर जवाब देने का समय दिया है।
जिला बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रईस अहमद शकील ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ठाकुरटोला के समीप नियम विरूद्ध टोल प्लाजा बनाकर वसूली की जा रही है, जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। शहर में टोल प्लाजा को हटाने राजनंादगांव के नागरिक सहित सामाजिक संगठनों द्वारा लंबे समय से मांग चल रही है, इसको लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया जा चुका है। शकील ने बताया कि अधिवक्ता मो. हसन, आदित्यस्वरूप गुप्ता व शोभित कोष्टा के माध्यम से अहमद ने बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे लेकर शुक्रवार 3 जुलाई को सुनवाई हुई। उन्होंने बताया कि टोल प्रबंधन को जवाब देना था, पर वे दे नहीं पाये और चार सप्ताह का समय मांगा है। उन्होंने यह भी बताया कि फोरलेन नियम विरूद्ध बनाया गया है, चूंकि नियम के मुताबिक 60 किमी की दूरी पर टोल टैक्स संचालित किया जा सकता है, पर यहां 35 किमी के दायरे में दो टोल नाका संचालित हो रहा है। कुछ सालों से ठाकुरटोला में टोल प्लाजा से राजनांदगांव शहर व आसपास के गांवों में रहने वाले निवासियों को अतिरिक्त कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि ठाकुरटोला टोल प्लाजा राजनंादगंाव शहर और आसपास के गांवों से लगा हुआ है। रोजाना यहां से हजारों की संख्या में स्थानीय व आसपास के लोगों का आवागमन लगा रहा है, जबकि अंजोरा बायपास पर भी एक टोल प्लाजा संचालित है, जहां पर भी आने जाने वालों से टोल टैक्स की वसूली की जा रही है। 35 किमी के दायरे में संचालित दो टोल प्लाजा के चलते शहर के व्यापारियों सहित बस, ट्रक आदि वाहनों को दो बार टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ता है। उन्हेांने यह भी बताया कि नेशनल हाईवे शुल्क नियम 2008 के नियम 08 के अनुसार फोरलेन पर स्थापित एक टोल प्लाजा से दूसरे टोल प्लाजा की न्यूनतम दूरी 60 किमी होनी चाहिए थी, जिसके आधार पर अशोका बिल्डकॉन प्रा.लि. को टोल प्लाजा स्थापित करने ग्राम टप्पा में भूमि आबंटन भी किया गया है। जिस पर टोल प्लाजा का निर्माण न कर ठाकुरटोला में टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है। जिससे लोगों को दोगुना आर्थिक भार वहन करना पड़ रहा है।
अहमद ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि फैसला जनहित के पक्ष में आयेगा और यह राजनांदगांव वासियों के लिए बड़ी जीत साबित होगी। टोल प्लाजा को हटाने के लिए महापौर हेमा देशमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का भी विशेष सहयोग मिल रहा है।
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