रायपुर ! सोमवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में देश के विभिन्न हॉस्पीटल के संचालकों ने भाग लिया। जिसमें मेडिकल एजुकेशन को बढ़ावा देने तथा हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा हुई। वर्चुअल रूप से आयोजित बैठक में तकरीबन 40 लोगों ने हिस्सा लिया जिसमें 18 लोगों ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। सबसे पहले एनएमसी ने अपनी बात रखा उसके बाद एनबीई ने भी अपना पक्ष रखा। रायपुर से श्रीबालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के चेयरमेन डॉ देवेन्द्र नायक ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये। डॉ नायक ने सुझाव देते हेतु कहा कि एमबीबीएस की सीट सेकण्ड इयर से रिनिवल होनी चाहिए। साथ ही टीचरों की कमी को देखते हुए गेस्ट टीचरों को भी अलाऊ किया जाना चाहिए । एक पीजी टीचर ने एमडी तथा डीएनबी दोनों सीट मिलनी चाहिए इससे पीजी सीट की समस्या दूर होगी और देश में ज्यादा से ज्यादा स्पेशलिस्ट तैयार होंगे। साथ ही पीजी की सीट को भी सेकण्ड ईयर में दे दिया जाना चाहिए जिससे मेडिकल एजुकेशन को और भी मजबूती मिलेगी। बैठक में प्रमुख रुप से मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर नितिन पटेल, जीएम डॉ बीरेन्द्र पटेल, मेडिकल अधीक्षक डॉ दीपक जयसवाल, सरिता मोहंती, श्रिनी अवस्थी उपस्थित रहे।
More Stories
एस्सेल माइनिंग की दो कोयला खदानों को निष्पादित करने में भारत में इस वर्ष कोयले की कमी हो जाएगी
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023
युवाओं को दरकिनार करना लोकसभा चुनाव में भी पड़ सकता कांग्रेस पर भारी – अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)