July 1, 2025

डायलिसिस के मरीजों का कैसा होना चाहिए डाइट चार्ट?

डायलिसिस प्रक्रिया का इस्तेमाल किडनी फेल होने की स्थिति पर किया जाता है। हमारे शरीर में जब किडनी सही से कार्य करना बंद कर देता है। तो ऐसी स्थिति में खून को साफ करके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए डायलिसिस की प्रक्रिया अपनाई जाती है। ऐसी स्थिति में मरीजों के खानपान का खासतौर पर ध्यान देने की जरूरत होती है। आपके डाइट से जुड़ी हर गलती आपके किडनी पर असर डाल सकती है। इसलिए आज हम आपको इस लेख के जरिए बताने जा रहे हैं कि डायलिसिस मरीजों का किस तरह होना चाहिए डाइट चार्ट और क्या खाना और क्या न खाना उनके सेहत के लिए है सहीँ?

डायलिसिस की क्रिया से गुजरने के बाद आपको अपने डाइट का विशेष ख्याल रखना चाहिए। किसी अच्छे डायटीशियन की मदद से आप अपने डाइट प्लान का चुनाव करें और उनके बताए अनुसार अपनी रुटीन को फॉलो करें। चलिए जानते हैं कुछ ऐसे आहार जो डायलिसिस मरीजों के लिए है फायदेमंद –

ऑलिव ऑयल – ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कई लोगों के लिए फायदेमंद होता है। कई हेल्थ एक्सपर्ट अपने आहार में ऑलिव ऑयल को शामिल करने के लिए कहता हैं। यह तेल डायलिसिस पेशेंट्स के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसमें पाया जाने वाला हाइड्रॉक्सीटेरोसोल, ओलेयुरोपिन और ओलिक एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट का गुण मौजूद होता है, जो किडनी की समस्या को दूर करने में प्रभावी होता है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि डायलिसिस रोगियों को अपने आहार में ऑलिव ऑयल को शामिल करना चाहिए।

ब्लैकबेरी- ब्लैकबेरी का स्वाद के साथ-साथ किडनी को स्वस्थ रखने में भी काफी गुणकारी होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण का गुण पाया जाता है, जो किडनी में होने वाली समस्याओं के जोखिम को कम कर सकता है।

शहद- डायलिसिस की प्रक्रिया से गुजने के बाद आपको अपने आहार में शहद को शामिल करना चाहिए। शहद में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो किडनी रोगियों को इंफेक्शन से दूर करने में उनकी मदद कर सकते हैं।

अंडे का सफेद भाग – डायलिसिस के मरीजों को अपने आहार में अंडे का सफेद भाग भी शामिल करना चाहिए। अंडे का सफेद भाग डायलिसिस मरीजों के लिए अच्छा माना जाता है। क्योंकि डायलिसिस के मरीजों को प्रतिदिन 225 से 280 ग्राम के बीच प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। अंडे में भरपूर प्रोटीन मौजूद होता है।

ओट्स- किडनी रोगियों के लिए ओट्स का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। ओट्स का सेवन करने से किडनी रोगियों के सीरम पोटेशियम और सीरम एल्ब्युमिन में सुधार होता है। ऐसे में आप डायलिसिस की प्रक्रिया से गुजर रहे रोगियों के डाइट में ओट्स शामिल कर सकते हैं।

मछली- ट्यूना मछली डायलिसिस मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है। जैसा की आपको पता है कि डायलिसिस मरीजों को भरपूर प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे में मछली का सेवन उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।

डायलिसिस मरीजों का डाइट चार्ट

सुबह – सुबह उठते ही सबसे पहले मुंह हाथ धोकर 1 कप चाय या कॉफी पीएं। चाय या कॉफी का समय 7 से 8 के बीच होना चाहिए। ध्यान रहे कि आपकी चाय-कॉफी टोन्ड मिल्क से न बनी हुई हो।

ब्रेकफास्ट – चाय पीने के बाद करीब 8 से 9 के बीच ब्रेकफास्ट करें। ब्रेकफास्ट में 1 कटोरी मिक्स वेज या 1 कटोरी उपमा/1 ब्रेड सैंडविच/ 1 कटोरी सांभर और प्लेन डोसा।

ब्रंच – ब्रंच आपको दोपहर 10 से 11 के बीच लेना है। इस दौरान आप 4 स्ट्रॉबेरी/ छोटे आकार का सेब/ 100 ग्राम अनानास या फिर 100 ग्राम अमरुद ले सकते हैं।

लंच – लंच आपको 1 से 2 के बीच करना है। इस दौरान आपको 1 कटोरी दाल, 1 कटोरी ट्यूना मछली की करी, 2 मल्टीग्रेन आटे की रोटी और एक कटोरी चावल लेनी है। अगर आप वेजीटेरियन हैं, तो मछली के बजाय आधी कटोरी सब्जी हें। इसके साथ 1 कटोरी सलाद लेना न भूलें।

शाम का नाश्ता – शाम का नाश्ता आपको 4 से 5 के बीच लेना है। इस दौरान आपको 1 कटोरी शकरकंद का सलाद या फिर 1 ब्रैड सैंडविच भी ले सकते हैं। इसके अलावा मुट्ठीभर मूंगफली के दाने और 1 कप ग्रीन टी लें।

रात का खाना – डिनर थोड़ा जल्दी करें। आप करीब 7.30 से 8.30 के बीच डिनर कर लें। इस दौरान आप आधी कटोरी लौकी की सब्जी के साथ, गेहूं/ बाजरा/ ज्वार के आटे से तैयार दो रोटी ले सकते हैं। रोटी के बजाय आप 1 कटोरी राइस भी खा सकते हैं।

डायलिसिस मरी किन चीजों का न करें सेवन

  • अधिक नमक का सेवन न करें।
  • हाई पोटैशियम युक्त साग-सब्जी से दूर रहें। (जैसे- आलू, टमाटर, कीवी, संतरा, एवोकाडो इत्यादि)
  • दूध, दही और पनीर से दूरी बनाएं। क्योंकि इसमें फास्फोरस की अधिकता होती है।
  • डिब्बाबंद चीजों का सेवन न करेँ।
  • अचार, ड्राई फिश और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन न करें।
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